रामायणम् — 5.45.7
Original
Segmented
स पूरयन् खम् च महीम् च साचलाम् तुरङ्ग-मतंग-महा-रथ-स्वनैः बलैः समेतैः स हि तोरण-स्थितम् समर्थम् आसीनम् उपागमत् कपिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पूरयन् | पूरय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
खम् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
साचलाम् | साचल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तुरङ्ग | तुरंग | pos=n,comp=y |
मतंग | मतंग | pos=n,comp=y |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
स्वनैः | स्वन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बलैः | बल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
समेतैः | समे | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
तोरण | तोरण | pos=n,comp=y |
स्थितम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
समर्थम् | समर्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आसीनम् | आस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उपागमत् | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
कपिम् | कपि | pos=n,g=m,c=2,n=s |