Original

स मन्दराग्रस्थ इवांशुमाली विवृद्धकोपो बलवीर्यसंयुतः ।कुमारमक्षं सबलं सवाहनं ददाह नेत्राग्निमरीचिभिस्तदा ॥ १७ ॥

Segmented

स मन्दर-अग्र-स्थः इव अंशुमाली विवृद्ध-कोपः बल-वीर्य-संयुतः कुमारम् अक्षम् स बलम् स वाहनम् ददाह नेत्र-अग्नि-मरीचिभिः तदा

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
मन्दर मन्दर pos=n,comp=y
अग्र अग्र pos=n,comp=y
स्थः स्थ pos=a,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
अंशुमाली अंशुमालिन् pos=n,g=m,c=1,n=s
विवृद्ध विवृध् pos=va,comp=y,f=part
कोपः कोप pos=n,g=m,c=1,n=s
बल बल pos=n,comp=y
वीर्य वीर्य pos=n,comp=y
संयुतः संयुत pos=a,g=m,c=1,n=s
कुमारम् कुमार pos=n,g=m,c=2,n=s
अक्षम् अक्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
बलम् बल pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
वाहनम् वाहन pos=n,g=m,c=2,n=s
ददाह दह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
नेत्र नेत्र pos=n,comp=y
अग्नि अग्नि pos=n,comp=y
मरीचिभिः मरीचि pos=n,g=m,c=3,n=p
तदा तदा pos=i