Original

अर्दयित्वा पुरीं लङ्कामभिवाद्य च मैथिलीम् ।समृद्धार्थो गमिष्यामि मिषतां सर्वरक्षसाम् ॥ ९ ॥

Segmented

अर्दयित्वा पुरीम् लङ्काम् अभिवाद्य च मैथिलीम् समृद्ध-अर्थः गमिष्यामि मिषताम् सर्व-रक्षसाम्

Analysis

Word Lemma Parse
अर्दयित्वा अर्दय् pos=vi
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
लङ्काम् लङ्का pos=n,g=f,c=2,n=s
अभिवाद्य अभिवादय् pos=vi
pos=i
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
समृद्ध समृध् pos=va,comp=y,f=part
अर्थः अर्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
गमिष्यामि गम् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
मिषताम् मिष् pos=va,g=n,c=6,n=p,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
रक्षसाम् रक्षस् pos=n,g=n,c=6,n=p