रामायणम् — 5.41.12
Original
Segmented
आवर्त इव गङ्गायाः तोयस्य विपुलो महान् परिक्षिप्य हरि-श्रेष्ठम् स बभौ रक्षसाम् गणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आवर्त | आवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
गङ्गायाः | गङ्गा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
तोयस्य | तोय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
विपुलो | विपुल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परिक्षिप्य | परिक्षिप् | pos=vi |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बभौ | भा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रक्षसाम् | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
गणः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=s |