रामायणम् — 5.40.30
Original
Segmented
स्वामि-संदेश-निःशङ्काः ततस् ते राक्षसाः कपिम् चित्रैः प्रहरणैः भीमैः अभिपेतुः ततस् ततस्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वामि | स्वामिन् | pos=n,comp=y |
संदेश | संदेश | pos=n,comp=y |
निःशङ्काः | निःशङ्क | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ततस् | ततस् | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कपिम् | कपि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चित्रैः | चित्र | pos=a,g=n,c=3,n=p |
प्रहरणैः | प्रहरण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
भीमैः | भीम | pos=a,g=n,c=3,n=p |
अभिपेतुः | अभिपत् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ततस् | ततस् | pos=i |
ततस् | ततस् | pos=i |