रामायणम् — 5.4.13
Original
Segmented
ननन्द दृष्ट्वा स च तान् सुरूपान् नाना गुणान् आत्म-गुण-अनुरूपान् विद्योतमानान् स च तान् सुरूपान् ददर्श कांश्चिच् च पुनः विरूपान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ननन्द | नन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुरूपान् | सुरूप | pos=a,g=m,c=2,n=p |
नाना | नाना | pos=i |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
अनुरूपान् | अनुरूप | pos=a,g=m,c=2,n=p |
विद्योतमानान् | विद्युत् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुरूपान् | सुरूप | pos=a,g=m,c=2,n=p |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कांश्चिच् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
विरूपान् | विरूप | pos=a,g=m,c=2,n=p |