रामायणम् — 5.4.12
Original
Segmented
बुद्धि-प्रधानान् रुचिर-अभिधानान् संश्रद्दधानाञ् जगतः प्रधानान् नाना विधानान् रुचिर-अभिधानान् ददर्श तस्याम् पुरि यातुधानान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
प्रधानान् | प्रधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रुचिर | रुचिर | pos=a,comp=y |
अभिधानान् | अभिधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संश्रद्दधानाञ् | संश्रद्धा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
जगतः | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
प्रधानान् | प्रधान | pos=a,g=m,c=2,n=p |
नाना | नाना | pos=i |
विधानान् | विधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रुचिर | रुचिर | pos=a,comp=y |
अभिधानान् | अभिधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पुरि | पुरी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
यातुधानान् | यातुधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |