Original

मनःशिलायास्तिकलो गण्डपार्श्वे निवेशितः ।त्वया प्रनष्टे तिलके तं किल स्मर्तुमर्हसि ॥ ५ ॥

Segmented

त्वया प्रनष्टे तिलके तम् किल स्मर्तुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
प्रनष्टे प्रणश् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
तिलके तिलक pos=n,g=m,c=7,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
किल किल pos=i
स्मर्तुम् स्मृ pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat