रामायणम् — 5.38.13
Original
Segmented
त्वद्-शोक-विमुखः रामो देवि सत्येन ते शपे रामे शोक-अभिभूते तु लक्ष्मणः परितप्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
विमुखः | विमुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
शपे | शप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
रामे | राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
अभिभूते | अभिभू | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परितप्यते | परितप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |