रामायणम् — 5.38.11
Original
Segmented
घोरो राक्षस-राजः ऽयम् दृष्टिः च न सुखा मयि त्वाम् च श्रुत्वा विपद्यन्तम् न जीवेयम् अहम् क्षणम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
घोरो | घोर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
सुखा | सुख | pos=a,g=f,c=1,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
विपद्यन्तम् | विपद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
जीवेयम् | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |