Original

क्षिप्रं त्वं देवि शोकस्य पारं यास्यसि मैथिलि ।रावणं चैव रामेण निहतं द्रक्ष्यसेऽचिरात् ॥ ४५ ॥

Segmented

क्षिप्रम् त्वम् देवि शोकस्य पारम् यास्यसि मैथिलि रावणम् च एव रामेण निहतम् द्रक्ष्यसे ऽचिरात्

Analysis

Word Lemma Parse
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
देवि देवी pos=n,g=f,c=8,n=s
शोकस्य शोक pos=n,g=m,c=6,n=s
पारम् पार pos=n,g=m,c=2,n=s
यास्यसि या pos=v,p=2,n=s,l=lrt
मैथिलि मैथिली pos=n,g=f,c=8,n=s
रावणम् रावण pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
एव एव pos=i
रामेण राम pos=n,g=m,c=3,n=s
निहतम् निहन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
द्रक्ष्यसे दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
ऽचिरात् अचिर pos=a,g=n,c=5,n=s