रामायणम् — 5.37.22
Original
Segmented
ते अदर्शन-जः शोको भूयो माम् परितापयेत् दुःखाद् दुःख-परामृष्टाम् दीपयन्न् इव वानर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अदर्शन | अदर्शन | pos=n,comp=y |
जः | ज | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शोको | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भूयो | भूयस् | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
परितापयेत् | परितापय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
दुःखाद् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
परामृष्टाम् | परामृश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
दीपयन्न् | दीपय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
वानर | वानर | pos=n,g=m,c=8,n=s |