रामायणम् — 5.37.21
Original
Segmented
गते हि हरि-शार्दूल पुनः आगमनाय तु प्राणानाम् अपि संदेहो मम स्यात् न अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
शार्दूल | शार्दूल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
आगमनाय | आगमन | pos=n,g=n,c=4,n=s |
तु | तु | pos=i |
प्राणानाम् | प्राण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
संदेहो | संदेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |