रामायणम् — 5.37.18
Original
Segmented
ततस् तम् प्रस्थितम् सीता वीक्षमाणा पुनः पुनः भर्तुः स्नेह-अन्वितम् वाक्यम् सौहार्दाद् अनुमानयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रस्थितम् | प्रस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वीक्षमाणा | वीक्ष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
अन्वितम् | अन्वित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सौहार्दाद् | सौहार्द | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अनुमानयत् | अनुमानय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |