रामायणम् — 5.37.14
Original
Segmented
न हि पश्यामि मर्त्येषु न अमरेषु असुरेषु वा यः तस्य वमतो बाणान् स्थातुम् उत्सहते ऽग्रतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मर्त्येषु | मर्त्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
न | न | pos=i |
अमरेषु | अमर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
असुरेषु | असुर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
वा | वा | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वमतो | वम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
बाणान् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स्थातुम् | स्था | pos=vi |
उत्सहते | उत्सह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽग्रतः | अग्रतस् | pos=i |