रामायणम् — 5.37.13
Original
Segmented
क्षिप्रम् एष्यति काकुत्स्थो हरि-ऋक्ष-प्रवरैः वृतः यः ते युधि विजित्वा अरीन् शोकम् व्यपनयिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
एष्यति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
काकुत्स्थो | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
ऋक्ष | ऋक्ष | pos=n,comp=y |
प्रवरैः | प्रवर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विजित्वा | विजि | pos=vi |
अरीन् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
व्यपनयिष्यति | व्यपनी | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |