रामायणम् — 5.36.9
Original
Segmented
इच्छामि त्वाम् समानेतुम् अद्य एव रघु-बन्धुना गुरु-स्नेहेन भक्त्या च न अन्यथा तद् उदाहृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
समानेतुम् | समानी | pos=vi |
अद्य | अद्य | pos=i |
एव | एव | pos=i |
रघु | रघु | pos=n,comp=y |
बन्धुना | बन्धु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
स्नेहेन | स्नेह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
अन्यथा | अन्यथा | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उदाहृतम् | उदाहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |