Original

रावणेनोपरुद्धां मां निकृत्या पापकर्मणा ।त्रातुमर्हसि वीर त्वं पातालादिव कौशिकीम् ॥ ५१ ॥

Segmented

रावणेन उपरुद्धाम् माम् निकृत्या पाप-कर्मना त्रातुम् अर्हसि वीर त्वम् पातालाद् इव कौशिकीम्

Analysis

Word Lemma Parse
रावणेन रावण pos=n,g=m,c=3,n=s
उपरुद्धाम् उपरुध् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
निकृत्या निकृति pos=n,g=f,c=3,n=s
पाप पाप pos=a,comp=y
कर्मना कर्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
त्रातुम् त्रा pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
पातालाद् पाताल pos=n,g=n,c=5,n=s
इव इव pos=i
कौशिकीम् कौशिकी pos=n,g=f,c=2,n=s