रामायणम् — 5.36.29
Original
Segmented
तम् त्वम् निपतितम् भूमौ शरण्यः शरण-आगतम् वध-अर्हम् अपि काकुत्स्थ कृपया पर्यपालयः न शर्म लब्ध्वा लोकेषु त्वाम् एव शरणम् गतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निपतितम् | निपत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
शरण्यः | शरण्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शरण | शरण | pos=n,comp=y |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वध | वध | pos=n,comp=y |
अर्हम् | अर्ह | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कृपया | कृपा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पर्यपालयः | परिपालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
न | न | pos=i |
शर्म | शर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
लब्ध्वा | लभ् | pos=vi |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |