Original

सलक्ष्मणं राघवमाजिमर्दनं दिशागजं मत्तमिव व्यवस्थितम् ।सहेत को वानरमुख्य संयुगे युगान्तसूर्यप्रतिमं शरार्चिषम् ॥ ६७ ॥

Segmented

स लक्ष्मणम् राघवम् आजि-मर्दनम् दिशागजम् मत्तम् इव व्यवस्थितम् सहेत को वानर-मुख्यैः संयुगे युगान्त-सूर्य-प्रतिमम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
लक्ष्मणम् लक्ष्मण pos=n,g=m,c=2,n=s
राघवम् राघव pos=n,g=m,c=2,n=s
आजि आजि pos=n,comp=y
मर्दनम् मर्दन pos=a,g=m,c=2,n=s
दिशागजम् दिशागज pos=n,g=m,c=2,n=s
मत्तम् मद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
व्यवस्थितम् व्यवस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
सहेत सह् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
को pos=n,g=m,c=1,n=s
वानर वानर pos=n,comp=y
मुख्यैः मुख्य pos=a,g=m,c=8,n=s
संयुगे संयुग pos=n,g=n,c=7,n=s
युगान्त युगान्त pos=n,comp=y
सूर्य सूर्य pos=n,comp=y
प्रतिमम् प्रतिमा pos=n,g=m,c=2,n=s