रामायणम् — 5.35.46
Original
Segmented
अहम् आकाशम् आसक्ता उपरि उपरि सागरम् प्रपतेयम् हि ते पृष्ठाद् भयाद् वेगेन गच्छतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसक्ता | आसञ्ज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
उपरि | उपरि | pos=i |
उपरि | उपरि | pos=i |
सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपतेयम् | प्रपत् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
हि | हि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पृष्ठाद् | पृष्ठ | pos=n,g=n,c=5,n=s |
भयाद् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गच्छतः | गम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |