Original

अहं प्रस्रवणस्थाय राघवायाद्य मैथिलि ।प्रापयिष्यामि शक्राय हव्यं हुतमिवानलः ॥ २३ ॥

Segmented

अहम् प्रस्रवण-स्थाय राघवाय अद्य मैथिलि प्रापयिष्यामि शक्राय हव्यम् हुतम् इव अनलः

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रस्रवण प्रस्रवण pos=n,comp=y
स्थाय स्थ pos=a,g=m,c=4,n=s
राघवाय राघव pos=n,g=m,c=4,n=s
अद्य अद्य pos=i
मैथिलि मैथिली pos=n,g=f,c=8,n=s
प्रापयिष्यामि प्रापय् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
शक्राय शक्र pos=n,g=m,c=4,n=s
हव्यम् हव्य pos=n,g=n,c=2,n=s
हुतम् हु pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
अनलः अनल pos=n,g=m,c=1,n=s