रामायणम् — 5.34.6
Original
Segmented
विक्रान्तः त्वम् समर्थः त्वम् प्राज्ञः त्वम् वानर-उत्तम येन इदम् राक्षस-पदम् त्वया एकेन प्रधर्षितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विक्रान्तः | विक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रधर्षितम् | प्रधर्षय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |