रामायणम् — 5.34.38
Original
Segmented
क्षिप्रम् द्रक्ष्यसि वैदेहि रामम् प्रस्रवणे गिरौ शतक्रतुम् इव आसीनम् नाक-पृष्ठस्य मूर्धनि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
द्रक्ष्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
वैदेहि | वैदेही | pos=n,g=f,c=8,n=s |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रस्रवणे | प्रस्रवण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गिरौ | गिरि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शतक्रतुम् | शतक्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
आसीनम् | आस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
नाक | नाक | pos=n,comp=y |
पृष्ठस्य | पृष्ठ | pos=n,g=n,c=6,n=s |
मूर्धनि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |