रामायणम् — 5.34.33
Original
Segmented
विष्टम्भयित्वा बाण-ओघैः अक्षोभ्यम् वरुणालयम् करिष्यति पुरीम् लङ्काम् काकुत्स्थः शान्त-राक्षसाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विष्टम्भयित्वा | विष्टम्भय् | pos=vi |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
ओघैः | ओघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अक्षोभ्यम् | अक्षोभ्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वरुणालयम् | वरुणालय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
काकुत्स्थः | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शान्त | शम् | pos=va,comp=y,f=part |
राक्षसाम् | राक्षस | pos=n,g=f,c=2,n=s |