रामायणम् — 5.34.12
Original
Segmented
कुशली यदि काकुत्स्थः किम् नु सागरमेखलाम् महीम् दहति कोपेन युगान्त-अग्निः इव उत्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुशली | कुशलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
काकुत्स्थः | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नु | नु | pos=i |
सागरमेखलाम् | सागरमेखला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दहति | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कोपेन | कोप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
युगान्त | युगान्त | pos=n,comp=y |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उत्थितः | उत्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |