Original

जानन्ती बत दिष्ट्या मां वैदेहि परिपृच्छसि ।भर्तुः कमलपत्राक्षि संख्यानं लक्ष्मणस्य च ॥ ६ ॥

Segmented

जानन्ती बत दिष्ट्या माम् वैदेहि परिपृच्छसि भर्तुः कमल-पत्त्र-अक्षि संख्यानम् लक्ष्मणस्य च

Analysis

Word Lemma Parse
जानन्ती ज्ञा pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
बत बत pos=i
दिष्ट्या दिष्टि pos=n,g=f,c=3,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
वैदेहि वैदेही pos=n,g=f,c=8,n=s
परिपृच्छसि परिप्रच्छ् pos=v,p=2,n=s,l=lat
भर्तुः भर्तृ pos=n,g=m,c=6,n=s
कमल कमल pos=n,comp=y
पत्त्र पत्त्र pos=n,comp=y
अक्षि अक्ष pos=a,g=f,c=8,n=s
संख्यानम् संख्यान pos=n,g=n,c=2,n=s
लक्ष्मणस्य लक्ष्मण pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i