रामायणम् — 5.33.42
Original
Segmented
स ते अदर्शनात् आर्ये राघवः परितप्यते महता ज्वलता नित्यम् अग्निना इव अग्निपर्वतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अदर्शनात् | अदर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
आर्ये | आर्य | pos=a,g=f,c=8,n=s |
राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परितप्यते | परितप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
ज्वलता | ज्वल् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
अग्निना | अग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
अग्निपर्वतः | अग्निपर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |