रामायणम् — 5.33.39
Original
Segmented
पश्यतः तस्याः रुद् तम् च पुनः पुनः प्रादीपयन् दाशरथि तानि शोक-हुताशनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पश्यतः | दृश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
रुद् | रुद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तम् | तम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्रादीपयन् | प्रदीपय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
दाशरथि | दाशरथि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
हुताशनम् | हुताशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |