रामायणम् — 5.32.29
Original
Segmented
रूपवान् सुभगः श्रीमान् कन्दर्प इव मूर्तिमान् स्थान-क्रोध-प्रहर्ता च श्रेष्ठो लोके महा-रथः बाहु-छायाम् अवष्टब्धो यस्य लोको महात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रूपवान् | रूपवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सुभगः | सुभग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कन्दर्प | कन्दर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
मूर्तिमान् | मूर्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्थान | स्थान | pos=n,comp=y |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
प्रहर्ता | प्रहर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
श्रेष्ठो | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथः | रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
छायाम् | छाया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवष्टब्धो | अवष्टम्भ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |