Original

अहो धिग्धिक्कृतमिदं कथितं हि यदस्य मे ।रूपान्तरमुपागम्य स एवायं हि रावणः ॥ १० ॥

Segmented

अहो धिग् धिक् कृतम् इदम् कथितम् हि यद् रूप-अन्तरम् उपागम्य स एव अयम् हि रावणः

Analysis

Word Lemma Parse
अहो अहो pos=i
धिग् कृत pos=n,g=n,c=1,n=s
धिक् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
कृतम् कथय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
इदम् हि pos=i
कथितम् यत् pos=i
हि इदम् pos=n,g=m,c=6,n=s
यद् मद् pos=n,g=,c=6,n=s
रूप रूप pos=n,comp=y
अन्तरम् अन्तर pos=a,g=n,c=2,n=s
उपागम्य उपागम् pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
एव एव pos=i
अयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
रावणः रावण pos=n,g=m,c=1,n=s