Original

सा तु दृष्ट्वा हरिश्रेष्ठं विनीतवदुपस्थितम् ।मैथिली चिन्तयामास स्वप्नोऽयमिति भामिनी ॥ २ ॥

Segmented

सा तु दृष्ट्वा हरि-श्रेष्ठम् विनीत-वत् उपस्थितम् मैथिली चिन्तयामास स्वप्नो ऽयम् इति भामिनी

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
तु तु pos=i
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
हरि हरि pos=n,comp=y
श्रेष्ठम् श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=2,n=s
विनीत विनी pos=va,comp=y,f=part
वत् वत् pos=i
उपस्थितम् उपस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
चिन्तयामास चिन्तय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
स्वप्नो स्वप्न pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
भामिनी भामिनी pos=n,g=f,c=1,n=s