रामायणम् — 5.27.7
Original
Segmented
तस्याः पुनः बिम्ब-फल-उपम-ओष्ठम् अराल-पक्ष्मन् वक्त्रम् बभासे सित-शुक्ल-दंष्ट्रम् राहोः मुखात् चन्द्रः इव प्रमुक्तः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
बिम्ब | बिम्ब | pos=n,comp=y |
फल | फल | pos=n,comp=y |
उपम | उपम | pos=a,comp=y |
ओष्ठम् | ओष्ठ | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अराल | अराल | pos=a,comp=y |
पक्ष्मन् | पक्ष्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बभासे | भास् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सित | सित | pos=a,comp=y |
शुक्ल | शुक्ल | pos=a,comp=y |
दंष्ट्रम् | दंष्ट्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राहोः | राहु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मुखात् | मुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
चन्द्रः | चन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रमुक्तः | प्रमुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |