रामायणम् — 5.26.17
Original
Segmented
शोक-अभितप्ता बहुधा विचिन्त्य सीता अथ वेणी-उद्ग्रथनम् गृहीत्वा उद्बध्य वेणी-उद्ग्रथनेन शीघ्रम् अहम् गमिष्यामि यमस्य मूलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
अभितप्ता | अभितप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
विचिन्त्य | विचिन्तय् | pos=vi |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
वेणी | वेणी | pos=n,comp=y |
उद्ग्रथनम् | उद्ग्रथन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
उद्बध्य | उद्बन्ध् | pos=vi |
वेणी | वेणी | pos=n,comp=y |
उद्ग्रथनेन | उद्ग्रथन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
शीघ्रम् | शीघ्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
गमिष्यामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यमस्य | यम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |