रामायणम् — 5.24.43
Original
Segmented
श्रेयो मे जीवितात् मर्तवे विहीना या महात्मना रामाद् अक्लिष्ट-चारित्रात् शूरात् शत्रु-निबर्हणात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
जीवितात् | जीवित | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मर्तवे | मृ | pos=vi |
विहीना | विहा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
रामाद् | राम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अक्लिष्ट | अक्लिष्ट | pos=a,comp=y |
चारित्रात् | चारित्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
शूरात् | शूर | pos=n,g=m,c=5,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
निबर्हणात् | निबर्हण | pos=a,g=m,c=5,n=s |