Original

छिन्ना भिन्ना विभक्ता वा दीप्ते वाग्नौ प्रदीपिता ।रावणं नोपतिष्ठेयं किं प्रलापेन वश्चिरम् ॥ ११ ॥

Segmented

छिन्ना भिन्ना विभक्ता वा दीप्ते वा अग्नौ प्रदीपिता रावणम् न उपतिष्ठेयम् किम् प्रलापेन वः चिरम्

Analysis

Word Lemma Parse
छिन्ना छिद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
भिन्ना भिद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
विभक्ता विभज् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वा वा pos=i
दीप्ते दीप् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
वा वा pos=i
अग्नौ अग्नि pos=n,g=m,c=7,n=s
प्रदीपिता प्रदीपय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
रावणम् रावण pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
उपतिष्ठेयम् उपस्था pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रलापेन प्रलाप pos=n,g=m,c=3,n=s
वः त्वद् pos=n,g=,c=6,n=p
चिरम् चिरम् pos=i