रामायणम् — 5.23.6
Original
Segmented
सा तु अशोकस्य विपुलाम् शाखाम् आलम्ब्य पुष्पिताम् चिन्तयामास शोकेन भर्तारम् भग्न-मानसा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
अशोकस्य | अशोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विपुलाम् | विपुल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
शाखाम् | शाखा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आलम्ब्य | आलम्ब् | pos=vi |
पुष्पिताम् | पुष्पित | pos=a,g=f,c=2,n=s |
चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शोकेन | शोक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भग्न | भञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
मानसा | मानस | pos=n,g=f,c=1,n=s |