Original

मानुषी मानुषस्यैव भार्यात्वं बहु मन्यसे ।प्रत्याहर मनो रामान्न त्वं जातु भविष्यसि ॥ ३ ॥

Segmented

मानुषी मानुषस्य एव भार्या-त्वम् बहु मन्यसे प्रत्याहर मनो रामात् न त्वम् जातु भविष्यसि

Analysis

Word Lemma Parse
मानुषी मानुषी pos=n,g=f,c=1,n=s
मानुषस्य मानुष pos=n,g=m,c=6,n=s
एव एव pos=i
भार्या भार्या pos=n,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s
मन्यसे मन् pos=v,p=2,n=s,l=lat
प्रत्याहर प्रत्याहृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
मनो मनस् pos=n,g=n,c=2,n=s
रामात् राम pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
जातु जातु pos=i
भविष्यसि भू pos=v,p=2,n=s,l=lrt