रामायणम् — 5.22.29
Original
Segmented
जानासि हि यथा भीरु स्त्रीणाम् यौवनम् अध्रुवम् यावत् न ते व्यतिक्रामेत् तावत् सुखम् अवाप्नुहि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जानासि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
स्त्रीणाम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=6,n=p |
यौवनम् | यौवन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अध्रुवम् | अध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यावत् | यावत् | pos=i |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
व्यतिक्रामेत् | व्यतिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तावत् | तावत् | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |