Original

कुरुष्व हितवादिन्या वचनं मम मैथिलि ।अलमश्रुप्रपातेन त्यज शोकमनर्थकम् ॥ २७ ॥

Segmented

कुरुष्व हित-वादिन् वचनम् मम मैथिलि अलम् अश्रु-प्रपातेन त्यज शोकम् अनर्थकम्

Analysis

Word Lemma Parse
कुरुष्व कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
हित हित pos=a,comp=y
वादिन् वादिन् pos=a,g=f,c=6,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मैथिलि मैथिली pos=n,g=f,c=8,n=s
अलम् अलम् pos=i
अश्रु अश्रु pos=n,comp=y
प्रपातेन प्रपात pos=n,g=m,c=3,n=s
त्यज त्यज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
शोकम् शोक pos=n,g=m,c=2,n=s
अनर्थकम् अनर्थक pos=a,g=m,c=2,n=s