रामायणम् — 5.22.20
Original
Segmented
दिव्य-अङ्ग-रागा वैदेहि दिव्य-आभरण-भूषिता अद्य प्रभृति सर्वेषाम् लोकानाम् ईश्वरी भव अग्नेः स्वाहा यथा देवी शची इव इन्द्रस्य शोभने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
रागा | राग | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वैदेहि | वैदेही | pos=n,g=f,c=8,n=s |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
भूषिता | भूषय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अद्य | अद्य | pos=i |
प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
ईश्वरी | ईश्वरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
अग्नेः | अग्नि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्वाहा | स्वाहा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
देवी | देवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शची | शची | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शोभने | शोभन | pos=a,g=f,c=8,n=s |