रामायणम् — 5.20.14
Original
Segmented
माम् हि धर्म-आत्मनः पत्नीम् शचीम् इव शचीपतेः त्वद्-अन्यः त्रिषु लोकेषु प्रार्थयेत् मनसा अपि कः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पत्नीम् | पत्नी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शचीम् | शची | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
शचीपतेः | शचीपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रार्थयेत् | प्रार्थय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मनसा | मनस् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |