रामायणम् — 5.2.54
Original
Segmented
चन्द्रो ऽपि साचिव्यम् इव अस्य कुर्वंस् तारा-गणैः मध्य-गतः विराजन् ज्योत्स्ना-वितानेन वितत्य लोकम् उत्तिष्ठते न एक-सहस्र-रश्मिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चन्द्रो | चन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
साचिव्यम् | साचिव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कुर्वंस् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तारा | तारा | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मध्य | मध्य | pos=n,comp=y |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विराजन् | विराज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ज्योत्स्ना | ज्योत्स्ना | pos=n,comp=y |
वितानेन | वितान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वितत्य | वितन् | pos=vi |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तिष्ठते | उत्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
एक | एक | pos=n,comp=y |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
रश्मिः | रश्मि | pos=n,g=m,c=1,n=s |