Original

स पाण्डुरोद्विद्धविमानमालिनीं महार्हजाम्बूनदजालतोरणाम् ।यशस्विनां रावणबाहुपालितां क्षपाचरैर्भीमबलैः समावृताम् ॥ ५३ ॥

Segmented

स पाण्डुर-उद्विद्ध-विमान-मालिनीम् महार्ह-जाम्बूनद-जाल-तोरणाम् यशस्विनाम् रावण-बाहु-पालिताम् क्षपाचरैः भीम-बलैः समावृताम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पाण्डुर पाण्डुर pos=a,comp=y
उद्विद्ध उद्व्यध् pos=va,comp=y,f=part
विमान विमान pos=n,comp=y
मालिनीम् मालिन् pos=a,g=f,c=2,n=s
महार्ह महार्ह pos=a,comp=y
जाम्बूनद जाम्बूनद pos=n,comp=y
जाल जाल pos=n,comp=y
तोरणाम् तोरण pos=n,g=f,c=2,n=s
यशस्विनाम् यशस्विन् pos=a,g=m,c=6,n=p
रावण रावण pos=n,comp=y
बाहु बाहु pos=n,comp=y
पालिताम् पालय् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
क्षपाचरैः क्षपाचर pos=n,g=m,c=3,n=p
भीम भीम pos=a,comp=y
बलैः बल pos=n,g=m,c=3,n=p
समावृताम् समावृ pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part