रामायणम् — 5.2.30
Original
Segmented
ततः स चिन्तयामास मुहूर्तम् कपि-कुञ्जरः गिरि-शृङ्गे स्थितः तस्मिन् रामस्य अभ्युदये रतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कपि | कपि | pos=n,comp=y |
कुञ्जरः | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
शृङ्गे | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अभ्युदये | अभ्युदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |