Original

न हि गन्धमुपाघ्राय रामलक्ष्मणयोस्त्वया ।शक्यं संदर्शने स्थातुं शुना शार्दूलयोरिव ॥ २७ ॥

Segmented

न हि गन्धम् उपाघ्राय राम-लक्ष्मणयोः त्वया शक्यम् संदर्शने स्थातुम् शुना शार्दूलयोः इव

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
हि हि pos=i
गन्धम् गन्ध pos=n,g=m,c=2,n=s
उपाघ्राय उपाघ्रा pos=vi
राम राम pos=n,comp=y
लक्ष्मणयोः लक्ष्मण pos=n,g=m,c=6,n=d
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
शक्यम् शक्य pos=a,g=n,c=1,n=s
संदर्शने संदर्शन pos=n,g=n,c=7,n=s
स्थातुम् स्था pos=vi
शुना श्वन् pos=n,g=,c=3,n=s
शार्दूलयोः शार्दूल pos=n,g=m,c=6,n=d
इव इव pos=i