रामायणम् — 5.19.15
Original
Segmented
उपधाय भुजम् तस्य लोक-नाथस्य सत्कृतम् कथम् नाम उपधास्यामि भुजम् अन्यस्य कस्यचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपधाय | उपधा | pos=vi |
भुजम् | भुज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
नाथस्य | नाथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सत्कृतम् | सत्कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
नाम | नाम | pos=i |
उपधास्यामि | उपधा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भुजम् | भुज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्यस्य | अन्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कस्यचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |