रामायणम् — 5.18.35
Original
Segmented
कुसुमित-तरु-जाल-संततानि भ्रमर-युतानि समुद्र-तीर-जानि कनक-विमल-हार-भूषित-अङ्गी विहर मया सह भीरु काननानि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुसुमित | कुसुमित | pos=a,comp=y |
तरु | तरु | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
संततानि | संतन् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
भ्रमर | भ्रमर | pos=n,comp=y |
युतानि | युत | pos=a,g=n,c=2,n=p |
समुद्र | समुद्र | pos=n,comp=y |
तीर | तीर | pos=n,comp=y |
जानि | ज | pos=a,g=n,c=2,n=p |
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
विमल | विमल | pos=a,comp=y |
हार | हार | pos=n,comp=y |
भूषित | भूषय् | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गी | अङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
विहर | विहृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
काननानि | कानन | pos=n,g=n,c=2,n=p |