Original

पिब विहर रमस्व भुङ्क्ष्व भोगान्धननिचयं प्रदिशामि मेदिनीं च ।मयि लल ललने यथासुखं त्वं त्वयि च समेत्य ललन्तु बान्धवास्ते ॥ ३४ ॥

Segmented

पिब विहर रमस्व भुङ्क्ष्व भोगान् धन-निचयम् प्रदिशामि मेदिनीम् च मयि लल ललने यथासुखम् त्वम् त्वयि च समेत्य ललन्तु बान्धवाः ते

Analysis

Word Lemma Parse
पिब पा pos=v,p=2,n=s,l=lot
विहर विहृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
रमस्व रम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भुङ्क्ष्व भुज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भोगान् भोग pos=n,g=m,c=2,n=p
धन धन pos=n,comp=y
निचयम् निचय pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रदिशामि प्रदिश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
मेदिनीम् मेदिनी pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
मयि मद् pos=n,g=,c=7,n=s
लल लल् pos=v,p=2,n=s,l=lot
ललने ललना pos=n,g=f,c=8,n=s
यथासुखम् यथासुखम् pos=i
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=1,n=s
त्वयि त्वद् pos=n,g=,c=7,n=s
pos=i
समेत्य समे pos=vi
ललन्तु लल् pos=v,p=3,n=p,l=lot
बान्धवाः बान्धव pos=n,g=m,c=1,n=p
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s