रामायणम् — 5.18.32
Original
Segmented
यानि वैश्रवणे सुभ्रु रत्नानि च धनानि च तानि लोकान् च सुश्रोणि माम् च भुङ्क्ष्व यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यानि | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
वैश्रवणे | वैश्रवण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सुभ्रु | सुभ्रू | pos=n,g=f,c=8,n=s |
रत्नानि | रत्न | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
धनानि | धन | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
सुश्रोणि | सुश्रोणी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भुङ्क्ष्व | भुज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |